शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग के लिए IICA और RRU ने किए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

भारतीय कॉर्पोरेट मामलों के संस्थान (IICA) और राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (RRU) ने शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। 

इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य आंतरिक सुरक्षा, वित्तीय अपराध, कानून प्रवर्तन, कॉर्पोरेट धोखाधड़ी और अन्य विषयों के क्षेत्र में क्षमता निर्माण, शिक्षा, अनुसंधान और परामर्श की दिशा में IICA और RRU की पेशेवर क्षमताओं को समन्वित करना है। यह समझौता ज्ञापन अनुसंधान, प्रशिक्षण और परामर्श आयोजित करने के लिए आईआईसीए और आरआरयू के मध्य ज्ञान और संसाधनों के आदान-प्रदान का भी प्रावधान करता है।

IICA और RRU समझौता ज्ञापन के मुख्य बिंदु

  • इस एमओयू पर आईआईसीए के प्रोफेसर डॉ. नवीन सिरोही ने हस्ताक्षर किए।
  • आरआरयू की तरफ से राष्ट्रीय सुरक्षा और कानून के निदेशक डॉ. डिंपल टी रावल ने कार्य योजना को स्पष्ट करने के साथ-साथ धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
  • यह समझौता आरआरयू के सहयोग से आईआईसीए को सुरक्षा के लिए तत्पर करेगा। इससे सबसे गंभीर आर्थिक अपराधों जैसे कॉर्पोरेट धोखाधड़ी को रोकने में मदद मिलेगी।
  • दोनों संस्थानों के बीच यह सहयोग मौजूदा वित्तीय प्रणाली को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

आईआईसीए (IICA) के बारे में

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स (IICA), एक केंद्रीय सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थान है। यह भारतीय कॉरपोरेट लॉ सर्विस कैडर के केंद्रीय सिविल सेवकों के लिए कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय, भारत सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है। आईआईसीए का कार्य कॉर्पोरेट मामलों के विनियमन, शासन और नीति के क्षेत्र और स्पेक्ट्रम में विभिन्न विषयों, और मामलों को संभालना और उनसे निपटना है। वर्ष 2008 में मानेसर, हरियाणा में आईआईसीए की स्थापना की गई थी। इसे ग्रेजुएट इन्सॉल्वेंसी प्रोग्राम चलाने के लिए इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी बोर्ड ऑफ़ इंडिया द्वारा अधिकृत किया गया है। IICA, सीएसआर के लिए सरकार को नीतिगत समर्थन देता है और सीएसआर में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है। इसके अलावा यह CSR के लिए कॉरपोरेट्स को प्रभाव आकलन, आवश्यकता आकलन, बेसलाइन सर्वेक्षण, वास्तविक समय की निगरानी आदि सहित विभिन्न सेवाएं भी प्रदान करता है। यह भारत का अग्रणी राष्ट्रीय सुरक्षा और पुलिस विश्वविद्यालय है।

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