टीडीबी-विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने मनाया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड द्वारा 11 मई को, नई दिल्ली में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस, 2024 मनाया गया। 

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टीडीबी) द्वारा 11 मई को, नई दिल्ली में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2024 मनाया गया। 

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2024 के मुख्य बिंदु 

  • विषय: ‘सतत भविष्य के लिए स्वच्छ और हरित प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना’ 
  • इस अवसर पर ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के उद्देश्य से नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन प्लान (NEMMP) और फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ हाइब्रिड एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (FAME) जैसी पहलों के माध्यम से इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है।
  • विज्ञान और पौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के सचिव प्रोफेसर अभय करंदीकर ने राष्ट्रीय विकास के लिए नवाचार के महत्व को रेखांकित किया, नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने और राष्ट्र की प्रगति में योगदान करने के लिए व्यक्तियों को अवसर प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया। 
  • इस कार्यक्रम में 23 छात्रों ने 100 नवीन परियोजनाओं का प्रदर्शन किया, और जो प्रतिष्ठित रेजेनरॉन अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान एवं इंजीनियरिंग मेले (रेजेनरॉन इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर – ISEF) में प्रतिस्पर्धा करने के लिए चयनित 20 परियोजनाओं का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
  • इन फाइनलिस्टों ने 11-17 मई, 2024 तक लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) में रेजेनरॉन अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान एवं इंजीनियरिंग मेले (आईएसईएफ) में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक प्रतिष्ठित स्थान प्राप्त किया है।

रेजेनरॉन इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर (ISEF) के बारे में 

  • रेजेनरॉन आईएसईएफ विश्व के सबसे बड़े प्री-कॉलेज विज्ञान मेले के लिए प्रसिद्ध है। 
  • यह 60 से अधिक देशों के 1,600 से अधिक युवा विज्ञान प्रेमियों को एकजुट करने के साथ ही विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है और अत्याधुनिक विज्ञान का प्रदर्शन करता है। 
  • यह वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करता है और उन्हें प्रमुख संस्थानों, विश्वविद्यालयों और व्यापारिक प्रायोजकों से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है।
  • “विज्ञान मेलों का ओलंपिक” कहा जाने वाला यह आयोजन युवा दिमागों को इस वैश्विक मंच पर अपनी धमक दिखाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।

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