चीन सीमा सीमावर्ती क्षेत्रो में खुलेंगे प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र

आम लोगों तक जन औषधि केंद्र के जरिए लोगों को सस्ती और उपयोगी दवाएं उपलब्ध कराने के लिए अब सीमा क्षेत्रों में भी जन औषधि केंद्र खोले जायेंगे।

आम लोगों तक सस्ती और उपयोगी दवाएं उपलब्ध कराने के लिए अब सीमा क्षेत्रों में भी जन औषधि केंद्र खोले जायेंगे।

मुख्य बिंदु 

  • केंद्र सरकार उत्तर-पूर्वी राज्य सिक्किम के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र स्थापित करेगी, जिनका संचालन पूर्व सैनिक करेंगे। 
  • केंद्र सरकार के इस फैसले को पूर्व सैनिकों की स्वास्थ्य सुविधा को और अधिक मजबूत करने के रूप में देखा जा रहा है।
  • पूर्व सैनिक कल्याण विभाग के सचिव डॉ. नितेन चंद्रा ने सोमवार भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग के आउटरीच कार्यक्रम ‘समाधान अभियान’ के एक हिस्से के तहत सिक्किम के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया।
  • उन्होंने पूर्व सैनिकों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि राज्य सैनिक बोर्ड और जिला सैनिक बोर्डों को पूरे क्षेत्र में सामान्य सेवा केंद्र और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र स्थापित करने का निर्देश दिया गया है।
  • डॉ. नितेन चंद्रा ने बताया कि सिक्किम के सीमावर्ती क्षेत्रों में खुलने वाले प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों का संचालन पूर्व सैनिक करेंगे।

अन्य बिंदु 

  • गंगटोक में सिक्किम के मुख्य सचिव वीबी पाठक से मुलाकात करके पूर्व सैनिकों के लिए स्वास्थ्य रोडमैप पर चर्चा की। 
  • इस बैठक के दौरान चर्चा की गई कि राज्य बागवानी विभाग की सहायता से पूर्व सैनिकों के सहकारी समूहों को क्षेत्र में एवोकाडो, संतरे, कीवी और फलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
  • महानिदेशक (पुनर्वास) मेजर जनरल एसबीके सिंह ने पूर्व सैनिकों के कौशल व दक्षताओं को बढ़ाने और उनके पुनर्वास के लिए उद्यमिता मॉडल के लिए उपलब्ध विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया।

जन औषधि केंद्र क्या हैं?

  • इसकी शुरुआत वर्ष 2008 में की गई थी।
  • जन औषधि केंद्र भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाओं को आम जनता के लिए सुलभ बनाना है। 
  • जन औषधि केंद्र भारत सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत चलने वाला कार्यक्रम है। 
  • इन केंद्रों पर जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं, जो ब्रांडेड दवाओं की तुलना में काफी सस्ती होती हैं। गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए दवाओं का उत्पादन विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुरूप किया जाता है।
  • जन औषधि केंद्र सरकारी अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और भारतीय रेलवे स्टेशनों पर स्थापित किए गए हैं। निजी दुकानदारों को भी इन केंद्रों को खोलने की अनुमति दी जाती है। 
  • इन केंद्रों पर गैर-संचारी रोगों जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोटापा आदि से संबंधित दवाएं, जुकाम-खांसी, दर्द निवारक दवाएं और कई अन्य दवाएं उपलब्ध हैं।

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