मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) का 250वां स्थापना दिवस

भारतीय युद्धपोत निर्माण प्रौद्योगिकी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाले मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने 16 मई को 250वां स्थापना दिवस मनाया। 

भारतीय युद्धपोत निर्माण प्रौद्योगिकी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाले मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) ने 16 मई 2024 को 250वां स्थापना दिवस मनाया है। 

मुख्य बिंदु 

  • इस अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा उपलब्ध कराया गया 250 रुपये का एक विशेष सिक्का जारी किया, जिसे शिपयार्ड के समृद्ध इतिहास और ऐतिहासिक विरासत का सम्मान करने के लिए तैयार किया गया था।
  • स्थापना दिवस को स्मरणीय बनाने के लिए मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में रक्षा सचिव ने मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड को भारत का अनमोल रत्न बताया, जिसने नौसेना के साथ-साथ अन्य वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए विभिन्न क्षमताओं को विकसित करके देश की अर्थव्यवस्था एवं सुरक्षा में बहुत बड़ा योगदान दिया है। 

मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) के बारे में 

  • एमडीएल को वर्ष 1934 में एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप स्थापित किया गया।
  • भारत की प्रमुख नौपरिवहन और शिपबिल्डिंग कंपनियों में से एक है। 
  • यह भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीन एक मिनीरत्न कंपनी है।
  • वर्ष 2006 में भारत सरकार द्वारा मिनी-रत्न 1 का दर्जा दिया गया था।
  • यह कंपनी पोत निर्माण, पोत मरम्मत और संशोधन, भारी प्रेसिंग और इंजीनियरिंग उत्पादों के निर्माण में सहायक है।
  • एमडीएल के पास मुंबई और मझगांव में दो डॉकयार्ड हैं। इसके अलावा इसने नालीया में एक प्रमुख डॉकयार्ड भी स्थापित किया है।
  • यह भारतीय नौसेना, तटरक्षक बल और विभिन्न अर्द्धसैनिक बलों के लिए युद्धपोत और अन्य जलयान बनाता है।
  • एमडीएल द्वारा जहाजों, टैंकरों, कंटेनर जहाजों और अन्य वाणिज्यिक जलयानों का भी निर्माण किया जाता है।
  • पुराने पोतों के पुनर्निर्माण और मरम्मत का भी कार्य किया जाता है। 
  • एमडीएल विभिन्न देशों को पोतों और अन्य समुद्री उत्पादों का निर्यात भी करता है।

स्मारक सिक्के के बारे में 

  • जवाहरलाल नेहरू की जयंती (14 नवंबर) के अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा कई स्मारक सिक्के जारी किए गए हैं।
  • भारत में पहला स्मारक सिक्का वर्ष 1964 में जवाहरलाल नेहरू की जयंती के उपलक्ष्य में उनकी छवि के साथ जारी किया गया था।
  • वर्ष 1989 में नेहरू जी की 100वीं जयंती पर रिजर्व बैंक ने एक स्मारक सिक्का जारी किया था। इस सोने के सिक्के का वजन 35 ग्राम था और इसकी संख्या 5,000 तक ही सीमित थी।
  • वर्ष 2014 में उनकी 125वीं जयंती के अवसर पर रिजर्व बैंक ने चांदी के 4 स्मारक सिक्के जारी किए। इनकी कीमतें क्रमशः 150, 250, 300 और 1,000 रुपये थीं।
  • वर्ष 2014 में ही नेहरू जी की मूर्ति युक्त एक सोने का स्मारक सिक्का भी जारी किया गया था, जिसका वजन 20 ग्राम था।
  • वर्ष 2019 में उनकी 130वीं जयंती पर सिक्का निर्गम किया गया, जिसकी कीमत 75 रुपये थी।
  • स्मारक सिक्के भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए जाते हैं। ये सिक्के विभिन्न धातुओं जैसे स्टैनलेस स्टील, कांस्य, चांदी और सोने से निर्मित होते हैं।
  • स्मारक सिक्कों पर महापुरुषों, ऐतिहासिक घटनाओं, प्रमुख पुरस्कारों, राष्ट्रीय महत्व की घटनाओं आदि का चित्रण किया जाता है।
  • सरकार द्वारा स्मारक सिक्कों के जारी करने का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय घटनाओं और व्यक्तित्वों को सम्मानित करना और उनकी महत्ता को स्थायी रूप से दर्शाना है।

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