एनसीजीजी मसूरी में श्रीलंका के सिविल सेवकों के लिए तीसरा क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित

एनसीजीजी द्वारा 13 मई, 2024 से 24 मई, 2024 तक मसूरी में श्रीलंका के वरिष्ठ सिविल सेवकों के लिए तीसरा क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया। 

राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (एनसीजीजी) द्वारा 13 मई, 2024 से 24 मई, 2024 तक मसूरी में श्रीलंका के वरिष्ठ सिविल सेवकों के लिए तीसरे क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। 

तीसरे क्षमता निर्माण कार्यक्रम के मुख्य बिंदु 

  • कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को सामाजिक सुधार की प्रभावी रणनीति विकसित करने के लिए तकनीकी प्रगति के कार्यान्वयन पर शिक्षित करना है।
  • कार्यक्रम में सहायक प्रभागीय सचिव, सहायक सचिव, उप सार्जेंट, निदेशक और अन्य पदों पर काम कर रहे 41 सिविल सेवक भाग ले रहे हैं।
  • यह कार्यक्रम कौशल विकास, कृषि, आपदा प्रबंधन और आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जैसी स्वास्थ्य देखभाल पहल जैसे विशिष्ट नीतियों पर प्रकाश डालता है। 
  • प्रतिभागियों को सेवा का अधिकार, डिजिटल प्रौद्योगिकी का लाभ उठाते हुए सभी के लिए आवास और डिजिटल इंडिया पहल जैसी परिवर्तनकारी नीतियों के बारे में जानकारी मिलेगी। 
  • इसके साथ ही, कार्यक्रम में पर्यावरण-अनुकूल स्मार्ट शहरों की योजना, सुशासन के एक उपकरण के रूप में आधार और लिंग एवं विकास समेत अन्य विषयों पर सत्र उपलब्ध करवाए गए। 
  • एनसीजीजी ने विदेश मंत्रालय के सहयोग से 17 देशों के सिविल सेवकों को प्रशिक्षण दिया है जिनमें बांग्लादेश, केन्या, तंजानिया, ट्यूनीशिया, सेशेल्स, गाम्बिया, मालदीव, श्रीलंका, अफगानिस्तान, लाओस, वियतनाम, नेपाल, भूटान, म्यांमार, इथियोपिया, इरेट्रिया और कंबोडिया शामिल हैं।
  • कार्यक्रम में इंदिरा गांधी वन राष्ट्रीय अकादमी (IGFNA) और देहरादून में वन अनुसंधान संस्थान (FRI) सहित प्रतिष्ठित संस्थानों के व्यापक क्षेत्र दौरे भी शामिल हैं, जो शासन तंत्र के व्यावहारिक अनुभव प्रदान करते हैं। 
  • नोएडा में साइबर सुरक्षा सेल और राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान के साथ-साथ गुरुग्राम में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के दौरे ने अत्याधुनिक तकनीकों और शासन प्रथाओं को आकार देने वाली पहलों के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्रदान की।

एनसीजीजी के बारे में 

  • स्थापना: वर्ष 2014 
  • एनसीजीजी, भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के तहत एक स्वायत्त संस्थान है। 
  • इसका मुख्य उद्देश्य देश भर में उत्कृष्ट शासन प्रथाओं को बढ़ावा देना और सुशासन के मॉडल विकसित करना है।
  • एनसीजीजी विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम, सेमिनार, कार्यशालाएं और अनुसंधान आयोजित करता है।
  • साइबर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सतत विकास लक्ष्यों, नेतृत्व कौशल विकास आदि पर कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं।
  • एनसीजीजी विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करता है।
  • एनसीजीजी का मुख्य लक्ष्य उत्कृष्ट शासन प्रथाओं को बढ़ावा देना और सार्वजनिक प्रशासन में सुधार लाना है। यह नवाचार और अच्छी प्रथाओं के प्रसार के लिए एक मंच प्रदान करता है।
  • एनसीजीजी का प्रयास ‘वसुधैव कुटुंबकम’ यानी “दुनिया एक परिवार है” के भारतीय दर्शन के अनुरूप हैं और अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और सहयोग को बढ़ावा देना है।

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