सरदार केएम पणिक्कर ‘निब’ निबंध प्रतियोगिता

भारतीय नौसेना ने हाल ही में सरदार केएम पणिक्कर ‘निब’ (नौसेना बौद्धिक बीकन) निबंध प्रतियोगिता शुरू की है। इस निबंध प्रतियोगिता को शुरू करने का उद्देश्य भारतीय नौसेना द्वारा अपने समुदाय में पढ़ने-लिखने, आलोचनात्मक सोच और व्यवस्थित विश्लेषण को प्रोत्साहित करना है।

देश में सशस्त्र अधिकारियों की उच्चस्तरीय व्यावसायिकता को बनाए रखने की आवश्यकता है। उच्च स्तर की व्यावसायिकता को केवल निरंतर और निरंतर शिक्षा के साथ-साथ प्रशिक्षण के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। यह साहित्यिक गतिविधियों से संवर्धित है जो राष्ट्रीय सुरक्षा, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों, रक्षा रणनीति, संगठनात्मक व्यवहार तथा युद्ध बल प्रबंधन जैसे पहलुओं पर सुविज्ञ राय बनाने में सक्षम बनाता है।

सरदार केएम पणिक्कर ‘निब’ निबंध प्रतियोगिता के बारे में 

इस निबंध प्रतियोगिता में कैप्टन (कर्नल समकक्ष) रैंक से नीचे के सभी अधिकारी भाग लेने के पात्र हैं। विजेता के लिए एक अनूठा बैज प्रस्तुत किया गया है, जिसे एक वर्ष की अवधि के लिए अपनी वर्दी पर पहनने की अनुमति दी जाएगी। नौसेना प्रमुख द्वारा प्रतियोगिता के विजेता को औपचारिक रूप से बैज प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार समुद्री रणनीतिक विचारक सरदार केएम पणिक्कर की स्मृति में गठित किया गया है। यह प्रतियोगिता नौसेना के वार्षिक कैलेंडर का महत्वपूर्ण तत्व होगी।

सरदार केएम पणिक्कर के बारे में

सरदार केएम पणिक्कर का जन्म 3 जून, 1895 को त्रावणकोर (आधुनिक केरल , भारत) में हुआ था। उनका पूरा नाम कवलम माधव पणिक्कर था। वे एक प्रोफेसर, समाचार पत्र संपादक, इतिहासकार और उपन्यासकार होने के साथ-साथ भारतीय राजनेता व राजनयिक भी थे।

उन्होंने अपनी शिक्षा मद्रास और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से पूर्ण की थी। सरदार केएम पणिक्कर ने भारत में समुद्री जागृति की वकालत की थी। उन्होंने भारत में समुद्री चेतना बढ़ाने के पक्ष में दृढ़ता के साथ लिखा और भारत के विकास व समृद्धि के लिए समुद्री शक्ति तथा नौसेना नीति के महत्व को निरंतर रेखांकित किया।

68 वर्ष की आयु में दिनांक 10 दिसंबर, 1963 को भारत के कर्नाटक राज्य के मैसूर शहर में सरदार केएम पणिक्कर ने आखिरी सांस ली।

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