मॉरीशस दिवस 2023 (mauritius day): जानिए इसके बारे में

‘मॉरीशस दिवस (mauritius day)’ हर साल 12 मार्च को मनाया जाता है। यह दिवस इस द्वीप राष्ट्र की संस्कृति, इतिहास और परंपराओं का जश्न मनाता है। इसका इतिहास द्वीप के औपनिवेशिक अतीत से जुड़ा है।

यह दिवस मॉरीशस के स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस के रूप में जाना जाता है। यह दिवस मॉरीशस का राष्ट्रीय अवकाश है। मॉरीशस दिवस देश के इतिहास की दो प्रमुख घटनाओं को चिह्नित करता है। यह दोनों घटनाए 12 मार्च को हुईं थी, जिसमें पहली 1968 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता और दूसरी 1992 में देश का गणतंत्र बनना है। 2023 में 55वाँ मॉरीशस दिवस मनाया जा रहा है।

मॉरीशस दिवस (mauritius day) का इतिहास

आजादी से पहले मॉरीशस एक फ्रांसीसी और फिर ब्रिटिश उपनिवेश था। इसने 1968 में स्वतंत्रता प्राप्त की थी। मॉरीशस दिवस, देश की स्वतंत्रता की वर्षगांठ को चिह्नित करता है। 

1507 में मॉरीशस द्वीप पर पुर्तगाली आये थे और इस द्वीप पर अपना अड्डा स्थापित भी किया था। फिर कुछ समय बाद पुर्तगाली इस द्वीप को छोड़ कर चले गए थे। फिर 1598 में मसाला द्वीप खोजने निकले हॉलैण्ड के लोग चक्रवात में रास्ता भटक कर मॉरीशस द्वीप पर पहुँच गए थे। उन्होंने इस द्वीप का नाम नासाओ के युवराज मॉरिस के सम्मान में मॉरिशस रख दिया।

इस द्वीप पर सबसे पहली स्थायी बस्ती 1638 ई. में डचों (dutches) ने स्थापित की थी। बाद में जलवायु की परिस्थितियों के नुकसान के कारण डच लोग भी ये द्वीप छोड़ कर चले गए थे। मॉरीशस के पड़ोसी देश आइल बॉरबोन (isle bourbon) पर कब्ज़ा कर चुके फ्रांस ने 1715 में मॉरीशस पर कब्जा कर लिया था। फ्रांस ने उस समय इस द्वीप का नाम आइल दे फ्रांस (isle de france) रखा था। फिर यह द्वीप एक समृद्ध अर्थव्यवस्था के रूप में विकसित हुआ जो चीनी का उत्पादन करती है।

मॉरीशस के शिला अभिलेखों में 10वीं शताब्दी में तमिल (द्रविड़) के निवास का साक्ष्य मिलता है। 

मॉरीशस दिवस का महत्त्व

यह दिवस मॉरीशस निवासियों के लिए एक विशेष महत्त्व रखता है। मॉरिशस डे देश के इतिहास और स्वतंत्रता की यात्रा की याद दिलाता है। यह देश की विविध आबादी और औपनिवेशिक अतीत द्वारा निर्मित द्वीप की अनूठी संस्कृति, परम्पराओं और मूल्यों का जश्न मनाता है। इस दिवस के अवसर पर परेड, सांस्कृतिक कार्यक्रम और गणमान्य व्यक्तियों के भाषण जैसे विभिन्न कार्यक्रम और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। 

भारत की तरह मॉरीशस भी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं वाला एक विविध देश है। इसने भी भारत की तरह ब्रिटिश शासन का भार झेला है। वर्ष 2019 में किए गए एक सर्वे के अनुसार मॉरीशस को शांतिपूर्ण अफ्रीकी देशों में चुना गया है। यह एकमात्र अफ्रीकी राष्ट्र है जो हिंदू धर्म का प्रचलित रूप से पालन करता है।

मॉरीशस दिवस 2023 की थीम / विषय 

इस देश की संस्कृति और मूल्यों को दर्शाने के लिए प्रत्येक वर्ष मॉरीशस दिवस का आयोजन एक विशेष थीम के तहत किया जाता है। इस विषय का चयन मॉरीशस के सामने आए मुद्दों और आने वाली चुनौतियों के आधार पर किया जाता है।

मॉरीशस देश के बारे में:

  • मॉरीशस एक द्वीपीय देश है, जो अफ्रीकी महाद्वीप के तट के दक्षिणपूर्व में लगभग 900 किलोमीटर की दूरी पर हिंद महासागर में और मेडागास्कर के पूर्व में स्थित है। हिन्दुओं की आबादी इस देश में तीसरे नंबर पर है।
  • वर्तमान में मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्राविंद जुगनुथ (Pravind Jugnauth) है।
  • मॉरीशस राजधानी की राजधानी पोर्ट लुइस (Port Louis) है।
  • इसकी मुद्रा मॉरीशस रुपया (Mauritian Rupee) है। 
  • मॉरीशस का राष्ट्रीय खेल फ़ुटबॉल है।
  • राष्ट्र की अपनी फ़ुटबॉल टीम का नाम डोडोस है।

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