दार्जिलिंग के बैंगडूबी में ‘समाधान अभियान’ का आयोजन

पूर्व सैनिक कल्याण विभाग द्वारा दार्जिलिंग के बैंगडूबी आर्मी कैंप में आउटरीच कार्यक्रम के तहत 'समाधान अभियान' का आयोजन किया गया।

हाल ही में, पूर्व सैनिक कल्याण विभाग द्वारा पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग के बैंगडूबी आर्मी कैंप में आउटरीच कार्यक्रम के तहत ‘समाधान अभियान’ का आयोजन किया गया।

मुख्य बिंदु 

  • इस अभियान के तहत महानिदेशक पुनर्वास मेजर जनरल एसबीके सिंह ने पूर्व सैनिकों के पुनर्वास के लिए उपलब्ध विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान की। 
  • साथ ही भूतपूर्व सैन्य कर्मियों से उनके लिए उपलब्ध उद्यमिता के अवसरों का लाभ उठाने का भी आह्वान किया।
  • इस अभियान में भूतपूर्व सैन्य कर्मी दार्जिलिंग और पश्चिम बंगाल व बिहार के आसपास के जिलों से समाधान अभियान में हिस्सा लिया। 
  • इस अवसर पर स्पर्श पेंशन व स्वास्थ्य सेवा सहित अन्य कार्यों से संबंधित उनकी शिकायतों का समाधान भी किया गया।

समाधान अभियान के बारे में 

  • ‘समाधान अभियान’ पूर्व सैनिक कल्याण विभाग द्वारा पूर्व सैनिकों व उनके परिवारों द्वारा किए गए बलिदानों का सम्मान करने तथा उनके साथ सक्रिय रूप से जुड़ने और विभाग की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित उनकी शिकायतों का समाधान करने की एक पहल है।
  • ‘समाधान अभियान’ अपनी सक्रिय सहभागिता एवं सार्थक संवाद के माध्यम से पूर्व सैनिकों के लिए एक अनुकूल माहौल बनाना चाहता है ताकि वे और आगे बढ़ सकें तथा समाज में अपना सकारात्मक योगदान दे सकें।

पूर्व सैनिक कल्याण विभाग

  • भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीन एक महत्वपूर्ण विभाग है। 
  • पूर्व सैनिक कल्याण विभाग की स्थापना वर्ष 1965 में की गई थी। यह तीनों सेनाओं – भारतीय थल सेना, नौसेना और वायु सेना के पूर्व सैनिकों के हितों की देखभाल करता है।
  • इस विभाग का मुख्य उद्देश्य पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के पुनर्वास और कल्याण के लिए कार्यक्रम और नीतियां बनाना है।
  • यह विभाग पूर्व सैनिकों के लिए रोजगार, आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, वित्तीय सहायता जैसे कई कार्यक्रम चलाता है।

इस विभाग द्वारा निम्नलिखित प्रमुख पहल की जाती हैं:

  • रोजगार पुनर्वास – इस विभाग का प्रमुख कार्य पूर्व सैनिकों को सरकारी और निजी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। सैनिक बोर्ड आरक्षण योजना के तहत उन्हें विशेष आरक्षण दिया जाता है।
  • आर्थिक सहायता – झौलाराम फाइनेंशल अडवाइजरी एंड सर्विसेज इंडिया लिमिटेड (जेएफआईएल) के माध्यम से पूर्व सैनिकों को व्यवसाय शुरू करने के लिए सस्ते ऋण दिए जाते हैं। विधवाओं और घायल पूर्व सैनिकों को पेंशन और अन्य भत्ते भी प्रदान किए जाते हैं।
  • आवास – इस विभाग की सहायक कंपनी आवास निर्माण के लिए भूमि आवंटित करती है और पूर्व सैनिकों को घर बनाने में मदद करती है।
  • शिक्षा – पूर्व सैनिक बच्चों की शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति और ऋण योजनाएं चलाई जाती हैं।विशेष कोचिंग भी उपलब्ध कराई जाती है।
  • स्वास्थ्य देखभाल – पूर्व सैनिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना के तहत रक्षा मंत्रालय के अस्पतालों और अन्य संस्थानों से स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करते हैं।
  • समस्या निवारण – विभाग पेंशन, भूमि आवंटन आदि से संबंधित समस्याओं का निपटारा करता है।

इस लेख को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

You may also like...

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *